बदशगुनी? उल्लू या किसी महीने का मनहूस होना?

बदशगुनी की कोई हक़ीक़त नही...सब बेकार ख्याल है

✦ अबू हुरैरा रदी अल्लाहू अन्हु से रिवायत है की नबी करीम सलअल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया ..छुत लग जाना, बदशगुनी या उल्लू का बोलना या सफ़र (के महीने ) की नहूसत होना ये कोई चीज़ नही है (बेकार ख़याल है)
सही बुखारी, जिल्द 7, 5757
✦ अनस  रदी अल्लाहू अन्हु से रिवायत है की नबी करीम सलअल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया..छुत लग जाने की कोई हकीकत नहीं और ना ही बदशुगनि की कोई हकीकत है और मुझे अच्छे अमल पसंद है यानि कोई नेक बात जो किसी के मुंह से सुनी  जाए*
सही बुखारी, जिल्द 7, 5756

✦ इब्न अब्बास रदी अल्लाहू अन्हुमा से रिवायत है की नबी करीम सलअल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया मेरी उम्मत के 70,000 लोग बिना हिसाब के जन्नत में जाएँगे ये वो लोग होंगे जो झाड़-फूँक नही करते हैं और ना शगुन लेते हैं और अपने रब ही पर भरोसा रखते हैं। 
सही बुखारी, जिल्द 7, 6472
-----------------
Youtube Channel:- Click Here

Comments

Popular posts from this blog

क्या मुहम्मद साहब ने अपनी बेटी से निकाह किया था

इस्लाम आतंक या आदर्श

मुसलमानों का भारत की आजादी में योगदान