मैयत पर अपने आप को मारना पीटना

बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम।

नबी करीम ﷺ ने फरमाया: जो शख़्स ( किसी मय्यत पर )
 अपने रुख़्सार (गाल) पीटे गिरेबान फाड़े औ
 अहद जाहिलियत की सी बातें करे वो हम में से नहीं है।

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